Wednesday, 7 February 2018

आओ थोड़ा संस्कृत को बोलने का प्रयास करे।


ओ३म् 

पुत्रः - अम्ब ! अद्य शिक्षिका उत्तमां कथां पाठितवती।
      = माँ , आज शिक्षिका ने अच्छी कहानी पढ़ाई। 

माता - एवं वा ? का आसीत् कथा ? 
       = ऐसा क्या ? कौनसी कहानी थी ? 

पुत्रः - ईश्वरः सर्वत्र अस्ति ।
       = ईश्वर सब जगह है । 

       - सः सर्वान् पश्यति। 
       = वह सबको देखता है ।

       कथायां ,  एकः गुरुः शिष्येभ्यः फलं ददाति।
       = कहानी में , एक गुरुजी शिष्यों को फल देते हैं । 

      - गुरुः वदति " यत्र कोsपि नास्ति तत्र गत्वा फलं खादतु।" 
      = गुरु बोलते हैं - जहाँ कोई नहीं है वहाँ जाकर फल खाओ। 

माता - अग्रे किम् अभवत् ? 
        = आगे क्या हुआ ? 

पुत्रः - एकः शिष्यः प्रकोष्ठे उपविष्य खादति। 
        = एक शिष्य कमरे में बैठकर खाता है। 
        - द्वितीयः वृक्षस्य उपरि आरोहति। 
        = दूसरा पेड़ पर चढ़ जाता है। 

        - तृतीयः नदीतटम् गच्छति । 
        = तीसरा नदी किनारे जाता है 

माता - चतुर्थः किं करोति ? 
        = चौथा क्या करता है ? 

पुत्रः - चतुर्थः शिष्य: फलं न खादति। 
        = चौथा शिष्य फल नहीं खाता है । 

       सः गुरुम् अवदत् 
       = उसने गुरु जी से कहा 

        ईश्वरः सर्वत्र अस्ति। 
        = ईश्वर सब जगह है ।

        अतः अहं फलं कथं खादानि ? 
         = तो मैं फल कैसे खाऊँ ? 

माता - बहु उत्तमा कथा आसीत् ।
        = बहुत अच्छी कहानी थी ।

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